भारत के ज्वालामुखी (Volcano of india) ज्वालामुखी के प्रकार

 ज्वालामुखी किसे कहते है ?



प्रथ्वी की ऊपरी सतह पर स्थित ऐसी दरार या कोई गड्डा या छेद जहाँ  से गर्म लावा,धुंआ,हानिकारक गैसे आदि हानिकारक पदार्थ निकलते है, जिसे ज्वालामुखी कहते है ज्वालामुखी का लावा बाहर निकल कर  पर्वत का निर्माण करता है 


           भारत में मुख्य रूप से दो ज्वालामुखी पाए जाते है ये दोनों ज्वालामुखी अंडमान निकोवार द्वीप समूह पर स्थित है जिनमे से एक सक्रीय ज्वालामुखी तथा दूसरा निष्क्रिय ज्वालामुखी अंडमान निकोवार द्वीप पर स्थित है 

1) बैरन द्वीप ज्वालामुखी 

बैरन द्वीप ज्वालामुखी भारत का सक्रीय ज्वालामुखी है जो 3km के क्षेत्रफल में फैला हुआ है 'बैरन' शब्द का अर्थ बंजर जहाँ कोई मनुष्य नहीं रहता बल्कि यहाँ पर पक्षी,जानबर,कीट पतंग रहते है, बैरन द्वीप ज्वालामुखी के आस-पास का इलाका इसी तरह का है इस लिए इसका यह नाम बैरन द्वीप  रखा गया है बैरन  द्वीप ज्वालामुखी का पहला विस्फोट सन 1787 में हुआ था अब तक ये ज्वालामुखी लगभग 10 बार फट चुका है और इसका हाल ही का विस्फोट 28 मई 2005 का है इससे आज भी धुंआ बहार निकल रहा है 

2) नर्कोंन्दम ज्वालामुखी

नर्कोंन्दम भारत का प्रसुप्त ज्वालामुखी है जो अंडमान सागर में स्थित एक ज्वालामुखी द्वीप है इसकी मुख्य चोटी समुन्द्र स्तरसे लगभग 710 मीटर की ऊंचाई पर है 





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